अपने खर्च पर खोला ग्रामीणों ने अस्पताल
 


सरकार को आईना दिखाते हुए घूनी गांव के ग्रामीणों ने अपने खर्च से गांव में एक अस्पताल खोला है। घाट चमोली जिले के घूनी गांव में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव पिछले काफी समय से बना हुआ था। ग्रामीण सरकार से स्वास्थ्य सेवा के लिए एक अस्पताल की मांग कर रहे थे लेकिन सरकार ने उनकी इस जायज मांग पर कोई कार्य नहीं किया इससे व्यथित होकर गांव के ग्रामीणों ने अपने गांव में एक अस्पताल खोल दिया जहां मरीजों को मुफ्त में दवाइयां भी मिला करेंगी। इसी के साथ बीमार व्यक्तियों को लाने ले जाने के लिए तीन एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। विदित हो की ब्लॉक मुख्यालय घाट से करीब 33 किलोमीटर दूर घूनी गांव आज भी चिकित्सा सुविधा से वंचित चला आ रहा था। 4000 की आबादी वाले इस गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव हमेशा बना रहा शासन प्रशासन इस गांव की सुध नहीं ले रहा था। गर्भवती महिलाओं बीमार बुजुर्गों और बच्चों को अस्पताल तक पहुंचाने में ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। सरकार द्वारा चिकित्सा सुविधाओं की मांग पर सुनवाई नहीं होने के चलते जागरूक ग्रामीणों ने स्वयं के प्रयासों से स्वास्थ्य सुविधा जुटाने का फैसला किया और सर्वसम्मति से गांव में चिकित्सा सुविधा के लिए अस्पताल खोल डाला। इस अस्पताल में गांव के ही डिप्लोमा फार्मेसिस्ट प्रकाश पांडे को स्वास्थ्य सुविधाएं संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है। दवाइयों की व्यवस्था के लिए पंडित शंभू प्रसाद पांडे व अन्य जनप्रतिनिधियों की ओर से धनराशि उपलब्ध कराई गई है। समाजसेवी शंभू प्रसाद पांडे ने बताया कि ग्रामीणों" alt="" aria-hidden="true" /> ने अपने खर्चे पर फार्मेसिस्ट और दवाइयों के वितरण की व्यवस्था की है। इस प्रकार गांव में अपने खर्चे से अस्पताल खोलकर ग्रामीणों ने सरकार को आईना दिखाने का काम किया है।